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जाने कितनी दुर है मंजिल

जाने कितनी दुर है मंजिल

–“ढल गई है राते ढल्ते ढल्ते, बुझ गई सामे जल्ते जल्ते”– “जाने कितनी दुर है मंजिल, थक गये हम युही चलते चलते” ––––––––––––––––––––––––––––...

उसका नाम लिखते है दिवारों पर अक्सर

उसका नाम लिखते है दिवारों पर अक्सर

चलो आज एक नया काम करते है,  चलो आज उसे यु सरेआम करते है उसका नाम लिखते है दिवारों पर अक्सर, और उसे आँख बंद करके सलाम करते है

ये उस्का हुस्न था या मेरा प्यार था

ये उस्का हुस्न था या मेरा प्यार था

यु तो पास से हजार बार गुजरा,  आज इस लिए आया कि बिमार था,  सरकश लेहेजा और माथे पे बल,  जाने इसे जिस चिज का खुमार था,  वो गुस्से मे और...

भीड़ मे खुद को जब भी पाया तो तन्हा ही पाया

भीड़ मे खुद को जब भी पाया तो तन्हा ही पाया

वो एक चेहरा फिर कभी न देख पाया , व़ो एक हँसी जिसको कभी न समेट पाया , एक दिन अचानक बिछड़ के फिर न मिल पाया , वरना मिलने वालो को बिछड़ ब...

क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी

क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी

उनका भी कभी हम दीदार करते है  उनसे भी कभी हम प्यार करते है क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी  पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है !

खुदको किसिके लिए बरबाद मत करना

खुदको किसिके लिए बरबाद मत करना

जमाना बडा बेवफा है, इसका एैतबार मत करना,  खुदको भुल जाना मगर किसिका इंतजार मत करना,  अगर वो कभि भुलकर लौट आयें तो,  इसकी मोहब्ब्त का ...

“तुम इतने जुल्म सेहकर भि बगावत क्यु नही करते”

“तुम इतने जुल्म सेहकर भि बगावत क्यु नही करते”

इस सायरीका हरेक शब्द समर्पित है मेरे मधेशी भाइयो के लिए जो शदियो से शोषण मे रहे है ।   “ये मेरे मधेश के लोगो तुम शिकायत क्यु नही करते...

“अन्धेरी रात का दिया है दोस्ती”

“अन्धेरी रात का दिया है दोस्ती”

“हर गमको खुशीमे बदलती है दोस्ती” “हर आँसु को हसी मे बदलती है दोस्ती” “कुछ लोग समझ नहिं पाते के” “अन्धेरी रात का दिया है दोस्ती”

“ना जाने मुझे क्यु यकि हो चला है”

“ना जाने मुझे क्यु यकि हो चला है”

“मुझे तुम नजर से गिरा तो रहे हो” “मुझे तुम कभि भुला ना सकोगे” “ना जाने मुझे क्यु यकि  हो चला है” “मेरी यादोंको तुम मिटा ना सकोगे” ...

प्यार मे कोई दिल तोड़ देता है

प्यार मे कोई दिल तोड़ देता है

प्यार मे कोई दिल तोड़ देता है  दोस्ती मे कोई भरोसा तोड़ देता है  ज़िंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे जो  खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देत...

तुज़से दोस्ती करने का हिसाब ना आया,

तुज़से दोस्ती करने का हिसाब ना आया,

तुज़से दोस्ती करने का हिसाब ना आया,  मेरे किसी भी सवाल का जवाब ना आया,  हम तो जागते रहे तेरे ही ख़यालो मे,  और तुझे सो कर भी हमारा ख्व...

तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है

तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है

तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है इस बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है  यूँ तो रातों को नींद नही आती  पर रातों को सो कर भी जाग जाना इश्क...

 
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